हमारे भारतीय समाज/ परम्परा में परिवार का बहुत महत्व है. भले ही आज के समय में हमारे भारतीय परिवार संयुक्त परिवार से एकल परिवार की ओर बढ़ रहे है. मगर फिर भी जब हम मुसीबत में होते है, परिवार का कोई एक सदस्य मुसीबत में फस जाता है तो पूरा परिवार, परिवार से जुड़े सभी लोग उसे उस परेशानी से बाहर निकालने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा देते है. यही खासियत है हमारे भारतीय समाज/ परम्परा की.
तो आइये दोस्तों आज ekarwaan के इस नए आर्टिकल पोस्ट में हम पढ़ते है की आखिर बॉलीवुड की वो कौन सी 10 सबसे बेस्ट फैमिली ड्रामा फिल्मे है जो समाज में बनते बिगड़ते रिश्तो और परिवार की अहमियत बताती है.
10 Best Family Drama movies bollywood
10. हम साथ साथ है
Hum Saath Saath Hain फिल्म साल 1999 में सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी. इसके निर्देशक है सूरज बडजात्या. और फिल्म में मुख्य भूमिका में है सलमान खान, सैफ अली खान, मोनीश बहेल, करिश्मा कपूर, सोनाली बेंद्रे, तब्बू. “हम साथ साथ है” फिल्म की कहानी एक संयुक्त भारतीय परिवार की कहानी. उस परिवार के रीती रिवाज को बताती है. कैसे कभी कभी छोटी बातो पर रिश्ते बिगड़ भी जाते है तो जब परिवार पर मुसीबत आये तो उस मुसीबत से लड़ने के लिए पूरा परिवार एक साथ जुड़ भी जाता है. यही इस फिल्म में बड़ी खूबसूरती के साथ दिखाया है.
09. वक़्त : द रेस अगेंस्ट टाइम
वक़्त अक्षय कुमार की उन फिल्मो में से है जिसे आप जितनी भी बार देखते हो आपकी आँखों में आंसू आ ही जायेंगे. बहुत ही खुबसूरत तरीके से एक परिवार की कहानी को बताया है. इस फिल्म में पिता पुत्र के रिश्ते को भी बड़े अच्छे तरीके से दिखाया है. फिल्म में मुख्य भूमिका में अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन, प्रियंका चोपड़ा और शेफाली शाह है. फिल्म के निर्देशक विपुल शाह है. विपुल शाह अपनी फिल्म ” नमस्ते लन्दन ” के लिए खासे जाने जाते है.
यह फिल्म साल 2005 में रिलीज़ हुई थी. उस वक़्त यह फिल्म सिनेमा खिड़की पर शुरुआत में कुछ ख़ास कमाल नही कर पाई थी. मगर फिल्म के अच्छे रिस्पांस के कारण फिल्म धीरे धीरे एक सफल फिल्म साबित हो गयी.
08. हम आपके हैं कौन ?
हम आपके हैं कौन फिल्म को भले ही कुछ लोग मजाक मजाक में शादी का विडियो कैसेट बोले. मगर आज भी जब यह फिल्म टीवी पर आ रही होती है तो पूरा परिवार इसे देखने के लिए एक साथ बैठ जाता है. कारण क्योकि इस फिल्म के साथ सबकी कोई न कोई याद जुडी हुई है. जैसे परिवार के बड़े लोग मतलब की हमारे माता पिता ने यह फिल्म जरुर ही सिनेमाघरों में देखी होगी. और सब उस समय की याद को एक बार फिर से याद करते हुए जीवंत करने लगते है. या फिर उनके बाद की जनरेशन मतलब की उनके बच्चे इस फिल्म को पहली बार देखने के अनुभव को बताते है.
वेसे भी सूरज बडजात्या साहब की फिल्मे मुख्य रूप से परिवार के इर्द गिर्द जुडी रहती है. “हम आपके है कौन” उस वक़्त साल की सबसे बड़ी सुपरहिट फिल्म रही थी. फिल्म में मुख्य भूमिका सलमान, माधुरी दीक्षित, मोनीश बहल है.
07. कभी ख़ुशी कभी ग़म
Kabhi Khushi Kabhi Gham साल 2001 में रिलीज़ हुई थी. इसके निर्देशक करण जोहर है. जिन्होंने इस फिल्म की कहानी भी लिखी है. फिल्म में मुख्य भूमिका में शाहरुख़ खान, अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, ऋतिक रोशन, करीना कपूर और काजोल है. फिल्म की कहानी एक भारतीय परिवार की है जिसमे परिवार का बड़ा बेटा राहुल ( शाहरुख़ खान ) एक गरीब लड़की अंजलि शर्मा से शादी करने के कारण अपने माता पिता से अलग हो जाता है. मगर जब यह बात उसके छोटे भाई रोहन को पता चलती है तो वो अपने बड़े भाई को ढूंढ कर वापस घर लाने का निर्णय करता है.
फिल्म पारिवारिक रिश्तो के बनते बिगड़ते समीकरण को दिखाती है. एक बेहतरीन पारिवारिक ड्रामा फिल्म. फिल्म में बेहतरीन संगीत है. ड्रामा है. इमोशनल सीन्स है.
06. स्वर्ग
गोविंदा वेसे तो अपनी कॉमेडी एक्टिंग के लिए जाने जाते है. मगर जितनी बेहतरीन एक्टिंग वो कॉमेडी में कर सकते है उतनी ही बेहतरीन एक्टिंग वो सीरियस रोल में भी कर सकते है. और यह करके दिखाया उन्होंने साल 1990 में रिलीज़ हुई फिल्म ” स्वर्ग ” में. एक घर का नौकर जिसका नाम कृष्णा होता है जो अपने मालिक की खूब सेवा करता है. अपने मालिक को पिता समान मानता है. आखिर माने भी क्यों न. उसका मालिक उसे अपने बेटे से कम नही समझता . जिस घर में कृष्णा रहता है वहां उसके पिता समान उसके मालिक है. उसकी माँ समान मालकिन है. और भाई बहन समान उसके मालिक के बच्चे. मगर परिस्थितियाँ कुछ विपरीत हो जाती है. और कृष्णा को उसके स्वर्ग जैसे घर से निकाल दिया जाता है. बाद में वही कृष्णा खूब मेहनत करके खूब पैसा और नाम कमाता है. और उसके स्वर्ग जैसे घर में वापस आता है सिर्फ अपने मालिक की आँखों में उसके लिए प्यार देखने के लिए.
गोविंदा की कुछ बेहतरीन फिल्मो में स्वर्ग फिल्म का हमेशा नाम आता है. गोविंदा की इस फिल्म में बेहतरीन एक्टिंग है बेशक.
05. दृश्यम
Drishyam कहानी है विजय और उसके परिवार के बारे में. जो एक मर्डर के केस में फस जाते है. और विजय उसके परिवार को किस तरह इस परेशानी से बाहर निकालता है यही इस फिल्म की कहानी है. यह एक थ्रिलर फिल्म है. मगर एक भारतीय परिवार और उसके मुसीबत में एक जुट रहकर परेशानी से सामना करने के बारे में बताया गया था. Drishyam साल 2015 में रिलीज़ हुई थी. यह बहुत बड़ी सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी. फिल्म का बेहतरीन स्क्रीनप्ले आपका ध्यान भटकने नही देता.
04. दो दूनी चार
दो दूनी चार दिल्ली के छोटे से परिवार दुग्गल परिवार की कहानी है. जिसमे घर के प्रमुख संतोष दुग्गल साहब ( ऋषि कपूर ) एक स्कूल टीचर है. जो अपने परिवार, अपनी पत्नी कुसुम दुग्गल ( नीतू सिंह ), एक बेटे संदीप दुग्गल ( अर्चित कृष्णा ) और अपनी बेटी पायल दुग्गल ( अदिति वासुदेव ) के साथ रहते है. एक मिडिल क्लास फैमिली होने के कारण उन्हें हर बार पैसा खर्च करने से पहले सोचना पड़ता है. मगर इसी बीच उन्हें नई कार लेनी है तो उसके लिए कई सारे जतन करने पड़ते है.
एक बेहतरीन फिल्म. जो एक शहरी दुनिया में फसे मिडिल क्लास परिवार की बारीकियों को बताती है. पैसा कम है, मगर अपने रिश्तेदारों के जाना है तो कार में ही जाना है. दो दूनी चार फिल्म साल 2010 में रिलीज़ हुई थी. एक छोटी बजट की फिल्म होने के बावजूद यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता प्राप्त कर पाई थी. यह एक ऐसी फिल्म है जिसमे कॉमेडी है, परिवार के छोटे छोटे झगडे है, छोटी छोटी परेशानियाँ है और उन परेशानियों को मिटाने की छोटी छोटी जद्दो जहद है.
03. दिल धड़कने दो
जिस प्रकार फरहान अख्तर ने बॉलीवुड सिनेमा में अपनी फिल्मो के द्वारा दोस्ती के कई रूप दिखाए. उसी प्रकार उनकी बहन जोया अख्तर ने अपनी फिल्मो से भारतीय परिवार की अलग तरीके से व्याख्या की. और ” दिल धड़कने दो ” उनकी इस व्याख्या का एक उदाहरण है. यह फिल्म साल 2015 में रिलीज़ हुई थी. इसकी कहानी एक भारतीय धनी परिवार की है. जिनके पास खूब पैसा है मगर एक दुसरे के लिए वक़्त नही है. जो बाहर से एक सु-संगठित परिवार दिखता है मगर असल में एक टूटा हुआ परिवार है.
फिल्म में मुख्य भूमिका में है अनिल कपूर, शेफाली शाह, रणवीर सिंह, फरहान अख्तर, प्रियंका चोपड़ा और फरहान अख्तर. दरअसल यह फिल्म अमीर लोगो के वाले रुदिवादी सोच को भी तोडती है. हमें अमीर लोगो को बड़े ही सच्चे और मानवीय तरीके से दिखाती है. जैसी की रणवीर सिंह का किरदार. जो की अमीर बाप की औलाद है. मगर अहंकारी नही है. ना ही हमेशा दारू, लडकियां करता रहता है. जैसा ही हम अमीर बाप के लडको के बारे में सोचते है.
02. कपूर & संस
हर परिवार में कई राज होते है. वो राज छुपे रहे तो अच्छा रहता है. मगर खुल जाए तो कपूर एंड संस फिल्म के थर्ड एक्ट की तरह इंटेंस ड्रामा बन जाता है. कपूर एंड संस एक बिखरे हुए परिवार की कहानी है. जिसमे रजत कपूर ने हर्ष कपूर का किरदार निभाया है जो की पेशे से अकाउंटेंट है. उनकी पत्नी सुनीता कपूर ( रत्ना पाठक शाह ) हाउस वाइफ है. उनके दो बेटे है अर्जुन ( सिद्धार्थ मल्होत्रा ) और राहुल कपूर ( फवाद खान ). और उनके दादाजी अमरजीत कपूर ( ऋषि कपूर ) जो मरने से पहले अपने पूरे परिवार के साथ एक फोटो खिचवाना चाहते है.
यह एक बिखरा हुआ परिवार है. कई राज छुपे है परिवार में. मगर जब ये राज खुलते है तो रिश्ते बिगड़ते है. एक दुसरे की पर्सनालिटी पर सवाल खड़े किये जाते है. लड़ाई होती है. इतनी की एक दुसरे पर हाथ उठ जाते है. यहाँ तक की फिल्म के अंत आते आते आप का दिल पसीज जाता है. यह फिल्म शायद आपने नही देखी होगी. मगर मैं कहना चाहूँगा जरुर देखे.
कपूर एंड संस की दो बड़ी खासियते है. पहला इसकी स्टोरी. जो की लिखी शकुन बत्रा और आयेशा ढिल्लों ने. दूसरा एक्टर्स की बेहतरीन एक्टिंग. वेसे तो पूरी फिल्म ही उम्दा है मगर आखिर के 20 मिनट बहुत ही ज्यादा जबरदस्त है.
01. खोसला का घोसला
मुझे आज भी याद है साल 2006 का वो समय जब धूम 2, लगे रहो मुन्नाभाई , रंग दे बसंती जैसी बड़ी फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही थी. वही खोसला का घोसला जैसी छोटी बजट की फिल्म. जिसकी ना कोई ख़ास मार्केटिंग की गयी. ना कोई बड़ी स्टार वैल्यू. मगर इस फिल्म के पास था इसका शानदार कंटेंट. और उसी कंटेंट के बदोलत यह फिल्म उस साल की सबसे बेहतरीन फिल्मो में शामिल हो गयी.
खोसला का घोसला फिल्म के निर्देशक है दिबाकर बेनर्जी. जिन्होंने “ओये लकी लकी ओये”, ” शंघाई ” जैसी बड़ी ही धांसू फिल्मे बनाई है. इसके लेखक है जयदीप साहनी. जिन्होंने कंपनी, चक दे इंडिया, शुद्ध देसी रोमांस, बंटी और बबली, राकेट सिंह जैसी फिल्मे लिखी है. यह बताना इसीलिए जरुरी था क्योकि आपको भी पता हो की खोसला का घोसला किन समझदारी भरे माइंड से आई है.
खोसला का घोसला फिल्म की कहानी एक ऐसी परिवार की है जिनकी जमीन किसी बड़े बिल्डर ने हड़प ली है. अब पूरा परिवार का सिर्फ एक ही मिशन है उनकी इस जमीन को वापस प्राप्त करना. इस फिल्म का विषय वेसे तो सीरियस था. मगर इसे एक कॉमेडी फिल्म की तरह बनाया गया. जो की इसे और भी ज्यादा मजबूत फिल्म बनाती है.
तो दोस्तों ये थी बॉलीवुड की वो 10 बेस्ट फैमिली ड्रामा मूवीज जो हमें भारतीय समाज के परिवारों के अलग अलग रूप को दिखाती है. इन फिल्मो को आप Netflix, Amazon Prime, Hotstar जैसे ott चैनल पर देख सकते है.
बॉलीवुड की 10 ऐसी धांसू फिल्मे जिनकी एंडिंग आपको अचंभित कर देगी .