Top 7 Movies on Friendship Bollywood : दोस्तों हर साल अगस्त महीने के पहले रविवार को देश में ” Friendship Day ” मनाया जाता है. कुछ जो साथ रह गयी है उनका जश्न मनाया जाता है. कुछ दोस्तियाँ जो एक वक़्त बहुत गहरी थी वो छूट गयी है उनको फिर से रेक्रेअते करने के लिए यह दिन मनाया जाता है. वैसे दोस्तों हमारे जीवन में हमें कई लोग मिलते है. जिनके साथ अच्छे रिश्ते भी बनते है. मगर दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जो बिना कैसी लोभ लालच, स्वार्थ के बनता है. जिसमे अनकही यारी होती है. जो तब दिखाई देती है जब दोस्त मुसीबत में हो.
तो दोस्तों इस फ्रेंडशिप डे पर मैं आपको ” ekarwaan ” के इस आर्टिकल के माध्यम से बॉलीवुड की उन 7 बेहतरीन फिल्मों के बारे में बताने जा रहा हूँ जो आपको दोस्ती के सही मायने बताएगी. जो बताएगी की दोस्ती मैं आती है कुछ रूकावटे, परेशानियाँ मगर अक्सर वो ही दोस्तियाँ हमेशा समय के साथ बनी रही है जिनमे ना झूठा दिखावा हो, जिनमे ना किसी तरह का मोह हो, जिनका ना किसी तरह का स्वार्थ हो और साथ ही वो दोस्तियाँ लम्बी चलती है जिनमे ना किसी प्रकार का उंच नीच हो.
तो आइये जानते है टॉप 7 मूवीज जो है फ्रेंडशिप के बारे में.
top 7 Movies on Friendship Bollywood
Sholey ( 1975 )
अगर बॉलीवुड फिल्मों में दोस्ती की बात हो रही हो और शोले फिल्म की बात ना की जाए तो वो बात की कोई बात ही नही रह जाती. आप सभी ने शोले फिल्म तो देखी ही होगी. जिन्होंने नहीं भी देखी है उनको फिल्म के मुख्य किरदार जय और वीरू के बारे में तो पता ही होगा. साथ ही शोले फिल्गाम का गाना ” ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे ” तो याद ही होगा. शोले फिल्म में जय और वीरू की दोस्ती को बहुत ही बेहतरीन तरीके से दिखाया जाता है.
जय जिसका नेचर शांत और कम बोलने वाला है. वहीँ दूसरी ओर वीरू जो बहुत बोलता है. हसी मजाक करता है. तो जरुरी नहीं की गहरी दोस्ती उसी के साथ हो जिसके साथ आपका नेचर समान हो. कई बार बिलकुल विपरीत व्यक्तित्व भी गहरी दोस्ती का उदाहरण बन जाते है. तो दोस्तों अगर आप इस फ्रेंडशिप डे पर एक अच्छी फिल्म देखना चाहते हो जिसमे एक्शन है, ड्रामा है, दोस्ती है. तो आप शोले फिल्म जरुर देखे.
dil Chahta hai ( 2003 )
दिल चाहता है फिल्म है तीन दोस्तों के बारे में. जिसमे एक है आकाश ( आमिर खान ) जो अमीर बाप का बेटा है. मस्तीखोर है. मजाकिया है. सबके साथ प्रैंक करता रहता है. मगर बाकी दो दोस्तों से अमीर होने के बावजूद वो खुद का ज्यादा ऊँचा नहीं समझता है. वहीँ समीर ( सैफ अली खान ) एक कंफ्यूज तरह का इंसान है. जो एक सच्चे प्यार की तलाश में है. मगर फिर भी उसका ध्यान हमेशा भटकता रहता है. जो थोडा आकाश जैसा है और थोडा सिद्धार्थ जैसा है. आकाश जैसा मतलब थोडा मजाकिया, चुलबुला और सिद्धार्थ जैसा मतलब आकाश से थोडा कम मस्तीखोर. सिद्धार्थ ( सीड ) जो की इन तीन दोस्तों में से सबसे ज्यादा समझदार और परिपक्व है. जो कम बोलता है. जिसका नेचर बाकी दो दोस्तों से बिलकुल अलग है. मगर फिर भी इन तीनो दोस्तों की दोस्तों बहुत ही गहरी है.
दिल चाहता है फिल्म हमें दोस्ती के नए मायने सिखाती है. दोस्ती में रूठना, लड़ना चलता रहता है. मगर जब इन छोटी बातो को ज्यादा ही सीरियस ले लिया जाता है तो बचपन की गहरी दोस्ती में भी दरार आ जाती है. जो की इस फिल्म में दिखाया जाता है. आकाश जो की मस्ती मस्ती में कुछ भी बोल देता है वो सिद्धार्थ को कुछ ऐसा बोल देता है जो उसे नहीं बोलना चाहिए था. वहीँ सिद्धार्थ को थोडा गंभीर किस्म का इंसान है वो आकाश के चांटा मार देता है जो उसे नहीं मारना चाहिए था. इस कारण इन तीनो दोस्तों की गहरी दोस्ती में भी दरार आ जाती है. जो की परमानेंट नहीं होती.
तो दोस्तों इस फ्रेंडशिप डे आप अपने सबसे गहरे दोस्तों के साथ यह फिल्म जरुर देख सकते है. इसमें बेहतरीन कहानी है, बढिया गाने है, कॉमेडी है और दोस्ती के सही मायने यह फिल्म आपको सिखाती है.
Zindagi Na Milegi Dobara ( 2011 )
तीन दोस्त है. इमरान ( फरहान अख्तर ), कबीर ( अभय देओल ), अर्जुन ( ऋतिक रोशन ). तीनो बचपन के दोस्त है. मगर इस व्यस्त जीवन में तीनो अलग अलग अपनी ज़िन्दगी जी रहे है. इमरान एक आर्टिस्ट है. जो पेंटिंग करता है, गाने लिखता है, विज्ञापन लिखता है. जिसका अपने पिता से नहीं मिल पाने का दुःख है. जो इसी कारण कबीर की शादी से पहले की बेचलर पार्टी मनाने बाकी दो दोस्तों के साथ स्पेन जाता है. वहीँ अर्जुन जो एक इन्वेस्टमेंट बैंकर है. जो अपने जीवन में सिर्फ पैसा कमाने पर ध्यान दे रहा है. इसके अलावा वो अपनी ज़िन्दगी में कुछ भी नया नहीं कर रहा. वो इस ट्रिप पर जाने को तैयार होता है जिससे की वो इस बिजी लाइफ से थोडा सा रेस्ट ले सके. वहीँ कबीर जो इन बाकी दो दोस्तों के साथ अपनी बेचलर पार्टी मनाने स्पेन जा रहा है. वो शादी से पहले अपने दोस्तों के संग यारी जी लेना चाहता है.
इस ट्रिप के दौरान जो उनके आपसी पुराने मन मुटाव और उनके खुद के जीवन के जो दर्द दुःख है वो दूर होते है. जिससे इनकी फीकी पड़ गयी दोस्ती में फिर से रंग भरने का काम करते है. ज़िन्दगी ना मिलेगी दोबारा हमें हमारे दोस्तों की वैल्यू समझाती है, चाहे हम अपने जीवन में कितने ही व्यस्त क्यों ना हो कभी कभी समय निकालकर अपने दोस्तों से मिल लेना चाहिए.
Sonu ke Titu ki Sweety ( 2018 )
कार्तिक आर्यन की इस फिल्म का गाना ” तेरा यार हूँ मैं ” दोस्ती के नजरिये से बहुत ही फेमस और बेहतरीन गीत है. जो अपने आप में पूरी फिल्म का सार एक गाने में बतलाता है. इस गाने में हम उनकी बचपन की शरारते, उनकी बचपन की यादें सुनते है. यह फिल्म उन दोस्तों को बहुत ज्यादा रिलेट करेगी जिनकी शादी हो गयी है या फिर जिनकी होने वाली है. क्योकि शादी के बाद कई बार बहुत सारी चीज़े बदल जाती है. जिसमे से एक है दोस्ती में दिया जाने वाला समय.
शादी से पहले दोस्त आपस में खूब मिलते है, घूमते है, मस्ती करते है, मजा करते है. मगर कहीं न कहीं शादी के बाद ये सब कम हो जाती है. जिम्मेदारियां आ जाती है. कई बार हम इसी कारण दोस्तों से मिल नहीं पाते. सोनू के टिट्टू की स्वीटी इसी प्रकार की एक फिल्म है. जिसमे टिट्टू स्वीटी से शादी करने जा रहा है मगर सोनू नहीं चाहता की टिट्टू शादी करे.
Yeh jawaani Hai Deewani ( 2013 )
यह जवानी है दीवानी एक लव स्टोरी फिल्म है. मगर एक लव स्टोरी से ज्यादा इसमें दिखाई दोस्ती ज्यादा प्रभावी लगती है. कबीर थापर ( रणबीर कपूर ), अदिति ( कल्कि ) और अवि ( आदित्य रॉय कपूर ) का दोस्ती का ग्रुप है. तीनो कॉलेज की लाइफ बहुत एन्जॉय कर रहे है. कॉलेज के बाद अवि कबीर के साथ मिलकर बिजनिस करना चाहता है. मगर कबीर के कुछ अलग प्लान है. उसे फोटोग्राफर बनना है. इन तीनो की कॉलेज लाइफ ख़तम हो रही है. कॉलेज की लाइफ ख़तम होने के बाद इन तीनो की लाइफ अपने अपने रस्ते पर चल पड़ती है.
तो दोस्तों हमारे जीवन में भी कई दोस्त आये है. कुछ दोस्ती आज तक साथ रह गयी है और कुछ समय की पाबंधियों के कारण पीछे छूट गयी है. यह फिल्म हमें इस फ्रेंडशिप डे पर जरुर देखनी चाहिए क्योकि यह फिल्म हमें सच्ची दोस्ती का एक अलग नजरिया भी पेश करती है. की जो वाडे हम कॉलेज या स्कूल के समय में नादानियों में करते है. शायद वो कई बार पुरे नहीं हो पाते जरुरी नहीं की आपकी जो चॉइस हो वही चॉइस आपके दोस्तों की भी समान हो. इसका मतलब यह नहीं की आपकी दोस्ती गहरी नहीं हो सकती. हम सब परिस्थितयों के अन्दर फसे हुए है. इसी कारण कई बार हमारे निर्णय अलग हो सकते है. और यह इस फिल्म में अवि और कबीर के बीच दोस्ती के रिश्ते को देखकर पता चलता है.
3 Idiots ( 2009 )
बॉलीवुड की सबसे महान फिल्मों में गीनी जाने वाली फिल्म ” 3 इडियट्स ” हमारे देश की लचर शिक्षा व्यस्व्स्था के साथ साथ सही परेनेतिंग, अपने सपनो को पूरा करना और सही दोस्ती जैसे कई सारे विषयों पर प्रकाश डालती है. 3 इडियट्स में जिस तरह तीन दोस्तों की दोस्ती दिखाई गयी है वो काबिले तारीफ है. तीन लड़के जो इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेते है. जो समय के साथ इस कॉलेज की रेगिंग, इम्तेहान, शरारते सभी साथ झेलते है. कई बार परिस्थितियाँ बिलकुल ही विपरीत हो जाती है. मगर हर नई परेशानी के साथ उनकी दोस्ती गहरी होती जाती है. दोस्त के लिए पेपर चुरायेंगे मगर खुद उस पेपर को नहीं देख्नेगे. ऐसी दोस्ती इस फिल्म में दिखाई गयी है.
दोस्त फेल हो जाए तो दुःख होता है. मगर दोस्त आपसे ज्यादा नंबर लाये तो ज्यादा दुःख होता है , जैसे ह्यूमन साइकी को भी बड़े मजेदार तरीके से दिखाती है. यह फिल्म बॉलीवुड की सबसे बेस्ट फिल्मों में गीनी जाती है. तो दोस्तों इस फ्रेंडशिप डे पर आप यह फिल्म देख सकते हो. मजेदार कॉमेडी और इमोशन से भरपूर यह फिल्म आपकी दोस्ती को और ज्यादा गहरी कर देगी.
Rang De Basanti ( 2006 )
इस फ्रेंडशिप डे के दिन आप अपने दोस्तों के साथ आमिर खान की साल 2006 में रिलीज़ हुई फिल्म ” रंग दे बसंती ” भी देख सकते हो. यह फिल्म साथ जीने और अपनी दोस्ती निभाते हुए साथ मरने का सन्देश देती है. जब आपके दोस्त आपके साथ हो तो दुनिया की कोई ताकत आपको नहीं रोक सकती है. चाहे कितनी ही बड़ी परेशानी क्यों ना हो. अगर आपके दोस्त आपके साथ खड़े है हर परेशानी में तो आप हर परेशानी से छुटकारा पा सकते हो.
रंग दे बसंती में जिस तरह दोस्तों के ग्रुप को मस्ती मजा करते दिखाया जाता है. और साथ ही जब दोस्त परेशानी में हो तो उसका साथ निभाने जैसे सन्देश इस फिल्म में बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है. एक बहुत ही खुबसूरत फिल्म. जो आपको जरुर देखनी चाहिए.
तो दोस्तों ये वो 7 बॉलीवुड की ऐसी फिल्में है जो दोस्ती के अलग अलग उदाहरण हमारे सामने पेश करती है. इन फिल्मों को आप जरुर देखे. साथ ही कमेंट करके बताये की आपकी फेवरेट फिल्म कौन सी है जो दोस्ती के बारे में बात करती है.