Bloody Daddy 2011 में आई फ्रेंच फिल्म Sleepless Night का हिंदी रीमेक है. फिल्म में मुख्य भूमिका में है शाहिद कपूर. जिसका चलने का स्टाइल, डायलॉग बोलने का स्टाइल, एक्शन करने का स्टाइल और तो और शाहिद कपूर का कूल hairstyle handsome लुक भी अतं आते आते फिल्म को संभाल नही पाता.
कुछ चीजों में Bloody Daddy फिल्म काम करती है मगर बहुत सारी चीजों में यह कमजोर है. शुरू का एक घंटा फिल्म का Gripping है. कहानी आगे बढती है. मगर जैसे जैसे फिल्म इसके क्लाइमेक्स की ओर बढती जाती है फिल्म कमजोर होने लगती है.
तो आइये देखते है Bloody Daddy फिल्म ओवरआल कैसी है आइये जानते है इस फिल्म के रिव्यु में.
BLOODY DADDY REVIEW
कमजोर कहानी/डायलॉग/स्क्रीनप्ले
Bloody Daddy फिल्म की कहानी लिखी है अली अब्बास जाफर, आदित्य बासु और सिद्धार्थ गरिमा की जोड़ी ने मिलकर लिखी है. फिल्म की कहानी एक रात पर आधारित है. जिसमे सुमेर ( Shahid Kapoor ) को गुरुग्राम के होटल के मालिक से अपने बेटे को छुडाना है और बदले में उसे उसका लूटा हुआ ड्रग्स से भरा बेग वापस लौटाना है. मगर कहानी में मोड़ तब आता है जब सुमेर के द्वारा वो ड्रग्स का बेग खो दिया जाता है.और फिर शुरू होता है कहानी में चोर पुलिस वाले Sequence, कुछ Badass एक्शन और कुछ डार्क ह्यूमर.
Bloody Daddy फिल्म की कहानी शुरुआत के एक घंटे अच्छी है. पकड़ बनाये रखती है. क्योकि उसी वक़्त कहानी का बेस बन रहा होता है. किरदारों का इंट्रो हो रहा होता है. कहानी में कुछ घटने की उम्मीद के कारण कहानी ग्रिप्पिंग रहती है. मगर जैसे जैसे कहानी अंत की ओर बढती है इसके कमजोर किरदार, कमजोर स्क्रीनप्ले, कमजोर डायलॉग के कारण फिल्म भी कमजोर होने लगती है.
अली अब्बास की पिछली फिल्म जोगी से भी मेरी यही शिकायत थी की फिल्म शुरुआत में पकड़ बनाये रखती है और जैसे जैसे आगे बढती है कमजोर होने लगती है.
कमजोर किरदार
शाहिद कपूर ने फिल्म में सुमेर का किरदार निभाया है. जो की नारकोटिक्स डिपार्टमेंट का पुलिस ऑफिसर है. मगर फिल्म में अंत तक उसके कई सारे शेड्स देखने को मिलते है. जैसे की फिल्म के शुरुआत में लगता है की वो Corrupt पुलिस ऑफिसर है. मगर कहानी आगे बढती है तो उसके अच्छे बुरे होने के कई शेड्स दिखते है. जैसा की फिल्म के टाइटल से प्रदर्शित है की Bloody Daddy फिल्म इसके मुख्य किरदार सुमेर के किरदार के बारे में है. उसके कनफ्लिक्ट के बारे में. मगर जितना यह किरदार लिखा गया है उससे कहीं ज्यादा बेहतरीन ढंग से इसे शाहिद कपूर ने निभाया है.
Shahid Kapoor का चार्म फिल्म में सुमेर के किरदार में गजब का लगता है. उसके चलने का स्टाइल, डायलॉग बोलने का स्टाइल, उनके एक्शन का स्टाइल इस किरदार को एक लेवल ऊपर उठा देता है.
मगर शाहिद कपूर के किरदार के अलावा सभी किरदार बहुत ही औसत दर्जे के बुने गए है. जैसे की फिल्म के मुख्य विलन रोनित रॉय का किरदार . सिकंदर होटल का मालिक जो ड्रग्स का धंधा भी करता है . जो एक बारी तो खूंखार लगता है मगर आगे जैसे जैसे फिल्म बढती है यह किरदार में कुछ भी नयापन नही लगता. यहाँ तक की इस किरदार से किसी प्रकार के डर का एहसास भी नही होता. रोनित रॉय ने पहले भी कई बार इस तरह के किरदार निभाये है मगर इस बार कमजोर किरदार की लिखाई के कारण उनकी एक्टिं उभर कर नही आई.
इनके अलावा फिल्म में अन्य किरदार जैसे समीर ( राजीव खंडेलवाल ), अदिति ( डायना पेंटी ), जग्गी ( जीशान कादरी ) ने फिल्म में ठीक ठाक काम किया है.
भूल जाने लायक म्यूजिक
Bloody Daddy में एक दो गाने है मगर कोई भी ऐसा गाना नही है की जो याद रह जाए. मगर फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक कुछ हद तक काम कर जाता है. बैकग्राउंड में बजता dj का म्यूजिक और एक्शन के बीच में बजता पंजाबी मिक्स रैप अच्छे लगते है.
John wick Style Action
Black सूट, लाइट बियर्ड फेस और म्यूजिक कॉन्सर्ट के इर्द गिर्द एक्शन हमने जॉन विक ( John Wick का रिव्यु भी आप यहाँ पढ़ सकते है – John Wick Review ) फिल्म में भी देखा है. इसी कारण Bloody Daddy फिल्म एक्शन के मामले में कुछ वेसा ही फील करवाती है. Bloody Daddy फिल्म की सबसे बड़ी खासियत ही इसका एक्शन है. हैण्ड टू हैण्ड कॉम्बैट फाइट सीन जबरदस्त है Specially शाहिद कपूर और राजीव खण्डेलवाल के बीच का एक्शन सीन.
Bloody Daddy शाहिद कपूर की पहली फूल एक्शन फिल्म है. और फिल्म में एक्शन करते हुए शाहिद जंचे है.
ओवरआल रिव्यु – Bloody Daddy
Bloody Daddy फिल्म अली अब्बास जाफर ने बनाई है. इससे पहले उन्होंने गुंडे, सुल्तान, टाइगर जिंदा है जैसी फिल्मे बनाई है जो कुछ हद तक लोगो के द्वारा सराही गयी थी. यह फिल्म उनकी पिछली फिल्मो से थोड़ी अलग लगती है. हां भले ही उन्होंने पहले भी एक्शन फिल्म बनाई है मगर इस फिल्म में एक्शन फिल्म का ट्रीटमेंट थोडा अलग है.
कुछ डार्क ह्यूमर, हैण्ड टू हैण्ड एक्शन सीन के अलावा फिल्म में कुछ भी असरदार नही है. एक अच्छी कहानी के बल पर फिल्म में पिता पुत्र के रिश्ते को और मजबूती से दिखाया जा सकता था. एक केयरलेस बाप, केयरलेस पति के किरदार को और अच्छे तरीके से दिखाया जा सकता था. फिल्म का नेगेटिव किरदार जब तक अपने होने के डर का एहसास नही कराये वो असरदार नही रहता. यही कारण है की सिकंदर का नेगेटिव किरदार भी कुछ ख़ास असरदार नही रहता है.
फिल्म में ठीक ठाक से डायलॉग, थोड़ी अच्छी सिनेमेटोग्राफी, कुछ बेहतरीन badassएक्शन सीन और शाहिद कपूर की जानदार एक्टिंग के लिए Bloody Daddy को एक बार देखा जा सकता है.
Bloody Daddy फिल्म को Jio Cinema Ott Platform पर देखा जा सकता है.