Amazon Prime लगातार एक से एक बेहतरीन वेब सीरीज प्रस्तुत कर रहा है. जैसे की Shahid Kapoor की Farzi और हाल ही में आई Jubilee. इससे पहले भी अमेज़न प्राइम ने बेहतरीन सीरीज Paatallok और Mirzapur हमें परोसी है. और इस प्रथा को आगे बढाते हुए अमेज़न प्राइम पर इस बार रिलीज़ हुई है सोनाक्षी सिन्हा, विजय वर्मा और सोहम शाह की वेब सीरीज ” Dahaad “. सोनाक्षी सिन्हा की काबिले ऐ तारीफ एक्टिंग और रीमा कागती, रुचिका ओबेरॉय के निर्देशन में बनी सीरीज ” दहाड़ ” ( Roar ) एक सस्पेंस थ्रिलर कहानी को ब्यान करते हुए कई सारे सामाजिक मुद्दों जैसे दहेज़ प्रथा, जातिवाद, धार्मिक उन्माद और महिलाओं की समाज में स्थिति पर प्रकाश डालती है.
तो क्या आठ एपिसोड लम्बी इस वेब सीरीज को देखा जाना चाहिए या नही ? आइये जानते है इस रिव्यु में.
dahaad Web series Review | सोनाक्षी सिन्हा की जबरदस्त एक्टिंग और सस्पेंस से भरपूर Amazon prime की एक और बढ़िया वेब सीरीज
#1.कहानी
Dahaad वेब सीरीज की कहानी है राजस्थान की. जहां अलग अलग जिलो में कई सारी लड़कियां गायब हुई है और लगभग सभी अलग अलग शहरो के सुलभ सोचालयो में मरी हुई पाई गयी. यह केस सुर्खियों में तब आता है जब राजस्थान के मंडावा जिले के थाने में एक शख्स अपनी बहन के गायब होने की रिपोर्ट लिखवाने आता है. थाने के थानेदार देवीलाल सिंह ( Gulshan Devaiah ) और दो sub inspector कैलाश पर्घी ( सोहम शाह ), अंजलि भाटी ( सोनाक्षी सिन्हा ) इस केस पर तहकीकात करते है तब परत दर परत खुलते हुए इस केस में शामिल और भी लडकियों के गायब होने की पुष्टि होती है. और जब पुलिस को आनंद स्वर्णकार नाम के शख्स पर शक होता है तब शुरू होती है चोर पुलिस की भागदौड़.
Dahaad वेब सीरीज की कहानी लिखी है रीमा कागती, जोया अख्तर और रितेश शाह ने मिलकर. एक ऐसी क्राइम थ्रिलर जहां दर्शको को मालूम है की ख़ूनी कौन है मगर पुलिस को नही. एक ऐसी क्राइम थ्रिलर जिसमे कई सारे संगीन मुद्दों पर बात की गयी है बिना किसी जोर जबरदस्ती ज्ञान देने के. एक ऐसी क्राइम थ्रिलर जो अंत अंत आते आते शायद थोड़ी धीमी हो जाती है. Dahaad सीरीज की कहानी भले ही अच्छी है मगर जैसे जैसे यह सीरीज इसके अंत की ओर बढती है तो थोड़ी बोरिंग सी होने लगती है. मगर फिर भी सीरीज के लेखक डिपार्टमेंट की तारीफ होनी चाहिए ऐसी गंभीर कहानी को अच्छे तरीके से कहने के लिए.
#2.एक्टिंग
अगर सीरीज या फिल्म की कहानी अच्छी हो और फिल्म के निर्देशक/क्रिएटर अपना काम जानते हो तो सोनाक्षी सिन्हा जैसी एक्ट्रेस भी अपने करीअर का बेस्ट परफॉरमेंस दे ही देती है. आखिर बार सोनाक्षी सिन्हा ने रणवीर सिंह के साथ फिल्म ” Lootera ” में शानदार अभिनय किया था और इस बार Dahaad में अपने रॉ रूप में अपने अभिनय का जलवा बिखेरा है. इससे यह पता चलता है की कोई भी एक्टर खराब एक्टर नही होता, बस उन्हें एक ऐसी वेब सीरीज या फिल्म की दरकार होती है जो उन्हें अपने अभिनय को निखारने का मौका दे और यही मौका मिला है सोनाक्षी सिन्हा को .
बाकी Dahaad वेब सीरीज में कई सारे मंझे हुए ऐसे कलाकार है जिनकी एक्टिंग स्किल्स हम पहले भी कई बार देख चुके है.
जैसे की विजय वर्मा. जिनको पहली बार हमने फिल्म Gully Boy में देखा था. विजय वर्मा ने इस सीरीज में आनंद स्वर्णकार का किरदार निभाया है. जो हिंदी अध्यापक है, मध्यम वर्गीय इंसान है, जो अपनी बीवी बच्चो के साथ मंडावा में रहता है. दिखने को जो सभ्य है मगर अन्दर एक शैतान छुपा है. जो महिलाओ से घर्णा करता है. उनके साथ सेक्स करके उन्हें मार देता है. इस तरह का पेचीदा किरदार निभाना बहुत ही ज्यादा चल्लेंजिंग होता है. मगर विजय वर्मा जैसे बेहतरीन अभिनेता ने इस किरदार को बड़े ही शानदार तरीके से निभाया है. उनकी राजस्थानी बोली, उनके चलने का तरीके, उनका ग़ुस्सा होने का तरीका बिलकुल perfectly दिखाया है. बहुत ही उम्दा काम है उनका .
Tumbaad जैसी जबरदस्त हॉरर फिल्म में काम करने वाले एक्टर सोहम शाह के अभिनय स्किल्स को हम पहले ही देख चुके थे. Dahaad वेब सीरीज में कैलाश पर्घी नाम का उनका किरदार टिपिकल छोटे शहर वाला है जो खुद को एक टिपिकल मर्द की तरफ प्रस्तुत करता है मगर जब अपने रोने को छुपाता है की कहीं उसकी मर्दानगी कम ना हो जाए. जो यह समझता है की दुनिया बहुत खराब हो चुकी है और इस खराब दूनिया में एक बच्चे का बाप होना उसे कतई मंजूर नही है.
गुलशन देवैआह ने Dahaad सीरीज में देवी लाल सिंह का किरदार निभाया है. यह किरदार वास्तविक जीवन में बहुत कुछ सिखाने लायक है की किस तरह अपने काम और घर पर बैलेंस बनाया जाए. किस तरह अपने बच्चो से खुल कर बात की जाए, किस तरह उनको अपनी बात कहने का मौका दिया जाए. और इस किरदार को निभाने में गुलशन देविया ने बेहतरीन काम किया है.
बाकी और भी कई सारे किरदार है जिन्होंने सबने अपने अपने स्तर पर अच्छा काम किया है. मगर सोनाक्षी सिन्हा के लिए यह एक बेहतरीन मौका था जो उन्होंने ने बड़े ही अच्छे तरीके से इस मौके को भुन लिया है.
Amazon Prime की अन्य वेब सीरीज Jubilee का रिव्यु यहाँ पढ़ सकते है : Jubilee Amazon Prime Series Review
#3.अन्य तारीफ
पिछले साल आई netflix की फिल्म ” थार ” से कई सारे दर्शको को शिकायत थी की यह राजस्थान की नब्ज को पकड़ नही पाई. मगर Dahaad वेब सीरीज ने अपने इस आस्पेक्ट में बहुत ही उम्दा काम किया है. सिनेमेटोग्राफी की बात करे तो वो किया है Tanay Satam ने. और बहुत की जबरदस्त तरीके से राजस्थान के परिवेश को दिखाया है. राजस्थान के बंजर किले, रेगिस्तर , सुनसान हाईवे और भी कई ऐसे दर्शय जो सिनेमेटोग्राफर ने बड़े ही बेहतरीन तरीके से दिखाया है.
इसके अलावा सीरीज में कलाकारों की बोली पर ख़ासा ध्यान दिया गया है. पाणी, के कर रहा है छोरा, अठे वठे से जैसे टिपिकल वाक्यों से ऊपर उठकर राजस्थानी मारवाड़ी को बड़े ही अच्छे तरीके से बतलाया है और इसके लिए सीरीज के निर्देशक और एक्टर्स को श्रेय जाना चाहिए.
Dahaad का बैकग्राउंड म्यूजिक भी बहुत ही शानदार है. बैकग्राउंड में बजता राजस्थानी फोक संगीत सीरीज के माहोल के साथ सठीक बैठता है.
बाकी सीरीज का निर्देशन बेहतरीन है जो इस सीरीज को देखने लायक बनाती है. मगर इस सीरीज में कुछ खामियां भी है. जिनकी बात करना भी जरुरी है.
#4.कुछ कमियाँ
शुरुआत में यह सीरीज जिस तरह से रफ़्तार पकडती है अंत आते आते यह धीमी पड़ने लगती है. और साथ ही जिस तरह से इसका अंत होता है वो अधुरा सा लगता है. सीरीज के शुरुआत में कुछ बाते थी मगर जैसे जैसे सीरीज आगे बढती है उनको नजरअंदाज कर दिया गया है. भले ही यह एक सस्पेंस थ्रिलर सीरीज है मगर हम दर्शको को शुरुआत से पता होता है मुजरिम का. मगर जब यह सीरीज जब अंत की ओर आत आते इसे खीचने लगती है तो थोडा उबाऊ लगने लगती है.जो की सीरीज की सबसे बड़ी कमी है.
बाकी सीरीज की तारीफे खामियों से ज्यादा है तो बेशक यह सीरीज जरुर आपको देखनी चाहिए. और ऐसा अच्छा सिनेमा देखते रहना चाहिए .