मशहूर फिल्म निर्देशक की जोड़ी राज एंड डीके देश में क्रिकेट पर सट्टा व्यापार (99), फेलता आतंकवाद (The Family Man season1), तमिल वॉर ( The Family Man season2) और ज़ोंबी (Go Goa Gone ) के हमले जैसे विषयों पर सिनेमा की जर्नी दिखाने के बाद इस बार लाये है जाली नोटो से जुड़ा विषय.और इस सीरीज का नाम है “फर्जी “.नाम फर्जी है मगर सीरीज एक दम धांसू है.
Amazon Prime की नई सीरीज Farzi बात करती है देश में फेले जाली नोटो के व्यापार से.अक्सर हम आम लोगो को पता भी नही होता की देश में क्या क्या चल रहा है. क्योकि हम अपनी छोटी सी दुनिया में सिमटे रहते है. मगर थैंक्स टू सिनेमा जो हमें अलग अलग विषयों पर फिल्मो और सीरीज के द्वारा जानकारी देता रहता है.आप में से लगभग सभी ने कभी न कभी जाली नोटो से जुडी खबरे जरुर सुनी होगी.मगर हम कभी इस पर ज्यादा ध्यान नही देते .हमें कुछ ख़ास जानकारी नही होती की यह फर्जी नोटो का व्यापार कितना फैला हुआ है, कौन लोग इससे जुड़े रहते है, जली नोट कैसे बनाये जाते है, वगेरह वगेरह ….
फर्जी जाली नोटो से जुड़े विषय पर बड़े खुलकर बात करती है. और इस जाली नोटो के पूरे व्यापार को अच्छे से समय लेकर बतलाती है. सीरीज में शाहिद कपूर ( सनी ) के किरदार में है. जो आर्टिस्ट है.पेंटिंग करता है,मुंबई में अपने नानू (अमोल पालेकर ) के साथ रहता है.और अमीर बनना चाहता है.अमीर बनने के सपने को पूरा करने की और आगे बढ़ने की प्रक्रिया में जाली नोट बनाने लगता है, जिसमे उसका जिगरी दोस्त फ़िरोज़ ( भुवन अरोरा ) उनका साथ देता है. और आगे बढ़ते बढते वो जुड़ जाते है मंसूर ( KK menon ) से, जो इस दंधे का राजा है. जिसके पीछे पड़ा है माइकल ( Vijay Sethupathi ) एक ईमानदार पुलिस ऑफिसर. जिसमे एक ओर देश की सेवा करने जैसे अच्छे गुण है तो दूसरी ओर कुछ बुरे गुण है – जैसे बहुत ज्यादा दारु पीना,गाली देना, वित्त मंत्री को उसकी निजी तस्वीरे भेजकर ब्लैकमेल करना और जाली नोटो से देश को बचाने के साथ साथ कभी कभी उन्ही नोटो का खुद के निजी फायदे के लिए इस्तेमाल कर लेना. जैसे सनी गरीबी से परेशान है वेसे ही माइकल अपनी पत्नी से, जो बार बार उससे तलाक देने को आतुर रहती है.
सीरीज के दो मुख्य किरदार शाहिद और विजय सेतुपत्ती ने गजब का अभिनय किया है. शाहिद कपूर को इससे पहले हम उड़ता पंजाब जैसी बेहतरीन फिल्म में शानदार अभिनय करते देख चुके है,मगर विजय सेतुपत्ति को पहली बार हिंदी भाषी सिनेमा में खुद की आवाज में डायलॉग और गाली देते देखना बहुत ही गजब का एक्सपीरियंस है. जिस तरह सीरीज में सनी और फ़िरोज़ के ब्रोमांस दिखाया गया है उसी तरह माइकल और वित् मंत्री ( जाकिर हुसैन ) के बीच के संवाद इस सीरीज के बेहतरीन पार्ट्स में से एक है. जब भी दोनों की कन्वर्सेशन वाले दर्शय आते है मजा आता है. उसी तरह जब जब केके मेनन स्क्रीन पर आते है मजा आता है.
विजय और जाकिर हुसैन के दर्शय तो इतने बेहतरीन है की आप हसे बिना रह नही पाओगे. और उसी तरह केके मेनन साहब लाजवाब.
कहानी जानदार है. स्क्रीनप्ले भी हो सकता था. अगर सीरीज के कुछ एपिसोड थोड़े छोटे होते तो .Literally सारे एपिसोड लगभग 50 से 60 मिनट लम्बे है.इस कारण यह सीरीज आपके आराम से 8 घंटे खींच ले जाती है.खैर यह इतनी बड़ी दिक्कत नही है.क्योकि सीरीज में लगभग सारे एक्टर्स का अभिनय शानदार है, सीरीज का बैकग्राउंड म्यूजिक जबर है. shout out to डायलॉग राइटर. मतलब जहा सीन में दम नही वहा डायलॉग सीन का लेवल ऊपर कर देते है. और जहा डायलॉग नही है वहा एक्टर्स का अभिनय संभाल लेता है और जहा कुछ नही होता वहा बैकग्राउंड में बजते धांसू गाने मजा दे जाते है. जिसमे एक गाने का मुख्य रूप से जिक्र करना चाहूँगा जो है ” फ़िक्र नही पड़ता “. बहुत मस्त.
तो बात यूँ है की यह सीरीज बहुत ही गजब की है. थोड़ी लम्बी है,मगर देखने लायक है.
Farzi webseries amazon prime पर उपलब्ध है.