The Penguin Review in Hindi : अगर आप सोचते हो की DC कॉमिक्स की फिल्मों का या सभी सुपरहीरोज फिल्मों का या बैटमैन की दुनिया का सबसे खतरनाक विलन साल 2008 में आई ” बैटमैन : द डार्क नाईट ” वाला जोकर है तो दोस्त यह सही था 2024 साल से पहले. मगर इस साल जोकर से भी खतरनाक विलन आया है. जिसे निर्मित करने के लिए पूरे आठ घंटे लगे है. जिसे निर्मित करने के लिए एक पूरी वेबसीरीज लगी है. जिसका नाम है ” द पेंगुइन “.
जी हाँ, द पेंगुइन सीजन 1 सीरीज जिसकी शुरुआत होती है वहीँ से जहाँ साल 2022 में आई मेट रीव्स की द बैटमैन ख़तम होती है. उस वक़्त एक फिल्म होने के कारण हमें पेंगुइन किरदार के बारे में ज्यादा कुछ जानने को नही मिला था. मगर साल 2024 में इस किरदार को और साथ ही में बैटमैन के शहर ” गौथम ” को और साथ ही अरखेम जेल, जिसमे ही बैटमैन की दुनिया के सबसे खतरनाक विलन रहते है, को विस्तार से बताने के लिए HBO नें The Penguin नाम से एक सीरीज बनाई है. और बॉस कहना पड़ेगा क्या खतरनाक बनाई है. मजा आ गया.
द पेंगुइन सीरीज को बनाया है Lauren LeFranc ने. इसमें पेंगुइन का किरदार निभाया है कोलिन फेरिल नें. और कहना पड़ेगा बॉस क्या खतरनाक एक्टिंग कर दी है भाई नै. मजा आ गया. यह सीरीज इतनी शानदार और धांसू सीरीज बन पड़ी है की जब आप इसे पूरी देखकर उठोगे तो बेशक कहोगे….What The F*ck was That.
क्यों ?….. आइये बताता हूँ द पेंगुइन सीजन 1 सीरीज रिव्यु में.

the penguin review in hindi
जबरदस्त किरदार लेखन
साल 2024 में disney+ hotstar पर आई ” ताज़ा खबर सीजन 2 ” में जाफेद जाफरी द्वारा निभाये गए विलन के किरदार के द्वारा एक लाइन बोली गयी थी की ” लोग बुरे नही होते हालात बुरे होते है, झूट कहते है लोग ही बुरे होते है “. यह लाइन पेंगुइन के किरदार के ऊपर बिलकुल सही बैठती है. यह जालिम आदमी खुद ही बुरा है. हालात यह खुद बुरे बनाता है. सीरीज देखते समय कई बार असहाय लगता है, कई बार बेचारा लगता है, मगर जैसे जैसे सीरीज अपने अंत की ओर बढती है पता चलने लगता है की यह आदमी ही बुरा है. इसके कर्म ही बुरे है. यह इतना सेल्फिश है की किसी का भी नुक्सान कर सकता है. फिर चाहे उसका अपना परिवार क्यों ना हो. इसलिए सीरीज के मध्य में उसकी माँ उसके बारे में कहती है की ” मैंने एक शैतान को जन्म दिया है “.
यही कारण है की यह किरदार आपको भर्मित करता है. जैसे सीरीज में यह अन्य किरदारों को भर्मित करता है. एक ड्राईवर होने से लेकर गौथम का राजा बनने के बीच यह कई लोगो को बलि का बकरा बनाता है. यह हर आने वाले अवसर को पकड़ना चाहता है. यह बातूनी है. जो इसकी खासियत है. यह सेल्फिश है जो इसकी सुपरपॉवर है. हर कोई जो इसके साथ रहता है यह उसका इस्तेमाल करता है और फिर धोखा देता है. यह सारी खासियते पेंगुइन की आठ एपिसोड की सीरीज के माध्यम से हमें इतने जबरदस्त तरीके से दिखाई जाती है की हमें यह किरदार साल 2008 में आये ” बैटमैन : द डार्क नाईट के जोकर ” से भी ज्यादा खौफनाक लगने लगता है. और इसी लेखन के कारण यह सीरीज इस साल की महान सीरीज बनकर उभरकर आती है.

इस सीरीज का नाम है ” द पेंगुइन ” है तो बेशक यह पेंगुइन के किरदार को खुलकर बताती है. मगर इसी सीरीज में गौथम की दुनिया को भी विस्तार रूप से बताती है. गौथम की दुनिया के कई अन्य विलन को विस्तार से बताती है. जिसमे एक नाम है सोफ़िया फाल्कन . इस किरदार पर तरस आता है. जो इन जानवरों के तबेले में एक मासूम की भेड़ फस गयी है. जिसे हालात ने नही बल्कि उसके खुद के परिवारवालो नें शैतान बनाया है. जिस किरदार को शुरूआती एपिसोड में आप फाल्कन परिवार की बेटी के रूप में देखते है. मगर चौथे एपिसोड के बाद जो होता है उसे देखकर आप विचलित हो जाते हो. उसके साथ जो होता है उससे आप सोफिया फाल्कन पर तरस खाने लगते हो. और उम्मीद करते हो की बैटमैन आये और इसे बचा ले जाए.
मगर बैटमैन नही आता. सोफिया को खुद ही अपना यह रास्ता पार करना होता है. इसी बीच उसकी लड़ाई पेंगुइन से भी चल रही होती है. जो चूहे-बिल्ली की भाग दौड़ जैसी मजेदार लगती है. और यह एक और उदाहरन है इस शो की बेहतरीन लिखाई का.

इसी तरह एक मासूम से लड़के विक के किरदार को भी हम लो कॉन्फिडेंस वाले लड़के से ऊचे आत्मविशवास वाले लड़के के रूप में बनते देखते है. विक जो पेंगुइन के लिए अपनी जान तक जोखिम में डालता है. जो गौतम शहर के पाताललोक से निकलकर आया है. जो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ जाने के बजाय पेंगुइन की दुनिया चुनता है.
तो दोस्तों हर एपिसोड के साथ हमें कई और किरदार देखने को मिलते है. जो कहानी में बिलकुल सटीक तरीके से पिरोये हुए है. जैसे जैसे सीरीज आगे बढती है हमें पेंगुइन और अन्य किरदारों की गहराई पता चलती है. जिससे हम कुछ के साथ सहानुभूति रखते है और कुछ नीच किरदारों से घर्णा करने लगते है और यही इस सीरीज के लेखकों के लेखन, इस सीरीज के क्रिएटर्स की जीत है.
गौतम शहर का टूर
बचपन में जब बैटमैन कार्टून या बैटमैन के बारे में जानने लगा तो साथ ही में गौतम शहर के बारे में भी पता चला. बचपन में सोचता था की यह कोई असली शहर है. मगर बड़ा हुआ तो पता चला की यह एक काल्पनिक शहर है. नोलन की आई बैटमैन ट्राइलॉजी में और ज्यादा इस शहर के बारे में पता चला. मगर साल 2022 में आई फिल्म ” द बैटमैन ” में जिस तरह से गौतम को दिखाया गया तब कुछ एहसास हुआ की यह बैटमैन जैसे सुपर हीरो की दुनिया पर सटीक बैठता है.
तो गौतम शहर हमेशा से ही बैटमैन सुपर हीरो के साथ रहा है. जब जब बैटमैन का जिक्र हुआ है गौतम शहर का जिक्र हुआ है. मगर इस साल आई पेंगुइन सीरीज में जिस तरह से मैंने विस्तार से इस शहर के बारे में जाना इससे पहले कभी ऐसा नही जान पाया इस शहर को. इसी शहर की सड़के, इमारतें, लोग, इस शहर एक दो रूप, जिसमे एक स्वर्गलोक है जहाँ अमीर लोग रहते है, वहीँ एक पाताललोक है जहाँ गरीब लोग रहते है. स्वर्गलोक में अच्छा पानी है, बिजली है, इमारते है, वहीँ पाताललोक में सब कुछ अस्तव्यस्त है. जहाँ प्रशाशन भी ध्यान नही देता. जहाँ लूट मार है. जहाँ बिजली नहीं है.
इस तरह गौतम शहर को इस सीरीज में बड़े ही उम्दा तरीके से दिखाया है. जिसका श्रेय में इसके क्रिएटर्स और इस सीरीज के सिनेमेटोग्राफर को भी देना चाहूँगा. दरअसल जब इस सीरीज की घोषणा हुई तब मुझे शंस्य था की यह कैसी होगी. साथ ही जब पता चला की इस सीरीज में ” द बैटमैन ” के सिनेमेटोग्राफर Greig Fraser काम नहीं कर रहे. तो लगा की क्या यह सीरीज ” द बैटमैन ” की बेहतरीन सिनेमेटोग्राफी को मैच कर पाएगी ?
और मैच कर गयी. जो कलर ग्रेडिंग का इस्तेमाल ” द बैटमैन ” में इस्तेमाल हुई थी वैसी ही कलर ग्रेडिंग इस सीरीज में भी हुई है. और हर एपिसोड के दौरान सिनेमेटोग्राफी बेहतरीन ही होती गयी. जो की गौतम शहर को बखूबी दिखाती है. जिसके लिए इसके सिनेमेटोग्राफर Darren Tiernan, Jonathan Freeman, David Franco, Zoe White को श्रेय देना चाहिए. उनके काम की तारीफ होनी चाहिए.

द पेंगुइन सीजन 1 HBO का एक और मास्टरपीस
बॉस यह एक मास्टरपीस है. जिसमे आप किरदारों को बनते देखते हो. उनके पीछे की कहानी को बहुत ही गजब तरह से घटित होते देखते हो. पेंगुइन के साथ साथ यह सीरीज अन्य किरदारों, गौथम शहर के बारे में बात करती है. यह सीरीज इसके हर एपिसोड के साथ और भी मजबूत होती जाती है. हर एपिसोड के साथ इसके किरदारों की गहराई पता चलने लगती है. हर एपिसोड का अंत ऐसी जगह होता है की आप अगला एपिसोड देखने पर मजबूर हो जाते है. साथ ही इस सीरीज में शानदार बैकग्राउंड के साथ साथ कई सारे गानों का इस्तेमाल हुआ है. इनमे से मेरा पसंदीदा है BOB Moses – Broken Belief . यह गाना सीरीज में जिस जगह आता है वो दर्शय भी बहुत गजब का बन पड़ा है. Mick Giacchino ने इस सीरीज में भी अपने म्यूजिक के साथ वो कमाल कर दिया जो उन्होंने बैटमैन में किया था.
ऐसा नही है की इस सीरीज में सिर्फ अच्छी बाते ही है. इसमें एक कमी मुझे यह नजर आई की पेंगुइन कई बार ऐसी परिस्थिति में फस जाता है की लगता है की अब इसे कोई नही बचा सकता. मगर फिर भी बच जाता है. जिस कारण कई जगह यह कहानी के साथ सही बैठता है मगर कई बार अटपटा लगता है.
मगर फिर भी इसके अलावा मुझे इस सीरीज में कुछ खास कमियाँ नजर नही आई. बल्कि इसने मुझे पहले एपिसोड से लेकर आखिर एपिसोड के आखिरी सीन तक बांधे रखा. क्योकि इस सीरीज की कहानी में पता नही चलता की अगले दर्शय में क्या होने वाला है.
इसे एक मास्टरपीस कहूँ तो कोई शक नहीं. द पेंगुइन धांसू सीरीज है जिसे आप जिओ सिनेमा पर देख सकते है.
यह भी पढ़े – JIGRA ( 2024 ) Review in Hindi